द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय । Draupadi Murmu Biography in Hindi

द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय ,परिवार, शिक्षा , जाति , कौन है द्रौपदी मुर्मू , शादी ,बच्चे ,पार्टी (Draupadi Murmu Biography, Birth, Education, bjp president candidate Droupadi Murmu ,draupadi murmu president in Hindi )
द्रौपदी मुर्मू, एक आदिवासी महिला नेता, राष्ट्रपति पद की दौड़ के लिए मोदी सरकार की पहली पसंद हैं। वह पूर्व केंद्रीय मंत्री, यशवंत सिन्हा के खिलाफ हैं, जो जुलाई के चुनावों के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदव र हैं। निर्वाचित होने पर, 64 वर्षीय भारत की राष्ट्रपति बनने वाली पहली आदिवासी महिला होंगी। भाजपा संसदीय बोर्ड ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए 20 नामों पर चर्चा की, पूर्वी भारत से किसी को, एक आदिवासी और एक महिला को चुनने का निर्णय लिया गया.
द्रौपदी मुर्मू का जन्म एवं शुरुआती जीवन (Birth & Early Life ) द्रौपदी का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू है। वह संथाल परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जो एक आदिवासी जातीय समूह है। द्रौपदी की शादी श्याम चरण मुर्मु से हुई थी जो अब इस दुनिया में नहीं है। उनके दो बेटे थे जो अब जीवित नहीं है और एक बेटी है जिसका नाम इतिश्री मुर्मु है जिसके सहारे वह अपनी जिंदगी राहत के साथ गुजार रही है। द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा (Draupadi Murmu Education ) उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा ओडिशा निजी स्कूल से प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने रमा देवी महिला कॉलेज, भुवनेश्वर, ओडिशा में दाखिला ले लिया जहाँ से उन्होंने कला में ग्रेजुशन की डिग्री प्राप्त की। द्रौपदी मुर्मू का करियर (Career ) उन्होंने रायरंगपुर में श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर में एक सहायक शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया। इसके बाद, उन्होंने सिंचाई और बिजली विभाग के हिस्से के रूप में ओडिशा सरकार के साथ काम किया। मुर्मू के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1997 में हुई जब उन्होंने पार्षद के रूप में स्थानीय चुनाव जीते। उसी वर्ष, वह भाजपा के एसटी मोर्चा की राज्य उपाध्यक्ष बनीं। भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर मुर्मू ने रायरंगपुर सीट से दो बार जीत हासिल की, 2000 में ओडिशा सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनी । ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान, वह 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार मंत्री रही। साल 2007 में मुर्मू को संयोग से ओडिशा विधानसभा द्वारा वर्ष का सर्वश्रेष्ठ विधायक होने के लिए सम्मानित किया गया था। अगले एक दशक में उन्होंने भाजपा के भीतर कई प्रमुख भूमिकाएँ निभाईं, एसटी मोर्चा के राज्य अध्यक्ष और मयूरभान के भाजपा जिलाध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 6 अगस्त, 2002 से मई 16, 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं। ओडिशा की विधान सभा ने उन्हें वर्ष 2007 के सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए “नीलकंठ पुरस्कार” से सम्मानित किया। उन्हें 2013 में मयूरभंज जिले के लिए पार्टी के जिला अध्यक्ष पद के लिए पदोन्नत किया गया था। मई 2015 में, भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें झारखंड के राज्यपाल के रूप में चुना। वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल हैं। वह ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता हैं जिन्हें भारतीय राज्य में राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होना है और मतगणना 21 जुलाई को होनी है। 29 जून नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है। द्रौपदी मुर्मू की संपत्ति (Draupadi Murmu Net Worth ) द्रौपदी मुर्मू एक महिला राजनेता होने के बाद भी ज्यादा संपत्ति की मालकिन नहीं है उनके मात्र मुश्किल से बुरी परिस्थियों में अपने घर को सँभालने लायक संपत्ति है जो की है मात्र रु 9.5 लाख। इसके अलावा ना कोई आभुषण , ना जमीन और ना ही कोई चल और अचल सम्पति।

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